परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश में आयोजित दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह

परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश में आयोजित दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह का उत्तराखंड के माननीय राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह जी, परमाध्यक्ष परमार्थ निकेतन पूज्य स्वामी चिदानंद सरस्वती जी ने दीप प्रज्वलन कर शुभारंभ किया।

परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश में हिमालय विरासत ट्रस्ट, देहरादून एवं स्याही ब्लू बुक्स, दिल्ली तथा हिमालयीय विश्वविद्यालय, देहरादून के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह के उद्घाटन सत्र का उत्तराखंड के माननीय राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह जी के साथ उद्घाटन कर उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों को संबोधित किया।

इस अवसर पर परमाध्यक्ष परमार्थ निकेतन पूज्य स्वामी चिदानंद सरस्वती जी, महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. रजनीश शुक्ल जी, हिमालयीय विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ प्रदीप भारद्वाज जी, कुलपति डॉ राजेश नैथानी जी, नीदरलैंड की वरिष्ठ साहित्यकार श्रीमती अश्विनी के. गांवकर जी, लंदन की वरिष्ठ साहित्यकार डॉ रश्मि खुराना एवं वरिष्ठ साहित्यकार, विदेशों एवं देश के कोने-कोने से आए सभी आदरणीय कुलपति, निदेशक, प्रोफेसर, शोधकर्ता, जनप्रतिनिधि उद्घाटन सत्र में उपस्थित रहे।

लेखन एक अभिव्यक्ति है, जो हमें दूसरों से जुड़ने में मदद करती है। लेखन हमारे दिल को हमारे दिमाग से जोड़ता है। आपकी कलम तलवार से अधिक शक्तिशाली है, लेखन समाज में परिवर्तन ला सकता है, यह मन और मस्तिष्क को एक साथ जोड़ कर एक ऐसा वातावरण सृजित करता है जो क्रांति ला सकता है।

परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश में आयोजित दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी के सांस्कृतिक सत्र का श्रद्धेय Acharya Bal Krishna जी एवं पूज्य स्वामी Pujya Swami Chidanand Saraswatiji – Muniji जी ने दीप प्रज्वलन कर शुभारंभ किया।

परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश में आयोजित दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी के सांस्कृतिक एवं सम्मान सत्र में श्रद्धेय Acharya Bal Krishna जी एवं पूज्य स्वामी Pujya Swami Chidanand Saraswatiji – Muniji जी ने विभिन्न कलात्मक विधाओं में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कलाकारों को सम्मानित कर उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी।

परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश में आयोजित दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी के सम्मान एवं समापन सत्र में पूज्य स्वामी Pujya Swami Chidanand Saraswatiji – Muniji जी, श्रद्धेय ऋषिराज सुनील भगत जी महाराज, भारत के पूर्व शिक्षा मंत्री और हरिद्वार सांसद डॉ० रमेश पोखरियाल ‘निशंक’, उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री श्री Prem Chand Aggarwal जी ने शिक्षा, साहित्य एवं विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले विभूतियों को सम्मानित कर उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी।