राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर सेमिनार

राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर हिमालयीय विश्वविद्यालय में एक सेमिनार आयोजित किया गया। जिसमें छात्र-छात्राओं को मतदान करने के महत्व को बताया गया। इस वर्ष की थीम “मजबूत लोकतंत्र के लिये चुनावी साक्षरता” विषय पर मुख्यवक्ता डॉ० अनूप बलूनी ने कहा कि भारतीय संविधान में नागरिक के अधिकारों का उल्लेख है। लोकतंत्र कि व्यवस्था में आम आदमी अपने मत का प्रयोग करके देश की सरकार बनाने में अपना योगदान देता है लेकिन सर्वे में यह पाया गया कि चुनावों में लोगों की सहभागिता कम होती है और शत प्रतिशत मतदान नहीं हो पाता इसलिए वर्ष 2011 से 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाने की आवश्यकता महसूस हुई जिसका उद्देश्य लोगों को मतदान कराने हेतु जागरूक करना है।
बतौर कॉर्डिनेटर डॉ० ममता कुंवर ने छात्र छात्राओं से मतदान के सम्बन्ध में प्रश्नोत्तरी के माध्यम से छात्रों की जिज्ञासा जानी। उन्होंने कहा कि वोट के महत्व और लाभ की जानकारी सभी को होनी चाहिए ताकि एक शिक्षित, सुगठित और मजबूत लोकतांत्रिक व्यवस्था में हम सभी अपना योगदान दे सकें। विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो0 (डॉ०) जे. पी. पचौरी ने इस तरह के व्याख्यान की आवश्यकता और महत्ता पर बल देते हुए कहा कि युवा पीढ़ी को शत प्रतिशत अपने मत का प्रयोग कर देश के विकास में एक मजबूत लोकतंत्र देने में अहम भूमिका निभानी चाहिए। उन्होंने छात्रों से आह्वान किया कि चुनावों में बढ़ चढ़ कर मतदान करने और करवाने का काम युवाओं का हो। व्याख्यान कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डॉ० राजेश नैथानी, प्राचार्य HAMC डॉ० ए० के० झा, डॉ० मनीषा अग्रवाल, डॉ० निधि उपाध्याय, डॉ० एस० के० श्रीवास्तव, श्री राकेश पोखरियाल, श्री हरीश नवानी, श्रीमती स्वाति पंत, श्रीमती संगीता गुसाईं सहित सैकड़ो छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।